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शेयर बाजार

इस IPO में पैसा लगाने से पहले रहें अलर्ट, रतन टाटा ने किया अलग होने का फैसला, सोच-समझकर करें इन्वेस्ट

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फर्स्टक्राई की पेरेंट कंपनी ने आईपीओ के लिए दस्तावेज दाखिल कर दिए हैं. कंपनी फ्रेश इश्यू के जरिए 1816 करोड़ रुपये जुटाना चाह रही है. हालांकि, इस इश्यू में ऑफर फोर सेल भी होगा जिसके जरिए टाटा अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेंगे.

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नई दिल्ली. चाइल्ड केयर प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी फर्स्टक्राई की पेरेंट कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस लिमिटेड अपना आईपीओ (Firstcry IPO) लाने जा रही है. कंपनी ने आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज सेबी के पास दाखिल कर दिए हैं. आईपीओ में फ्रेश इश्यू और ऑफर फोर सेल (OFS) दोनों होंगे. ऑफर फोर सेल में कई बड़े शेयरधारक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाने की तैयारी में हैं. इनमें से एक टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा भी हैं.

टाटा अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने जा रहे हैं. उन्होंने 2016 में 66 लाख रुपये लगाकर हिस्सेदारी खरीदी थी. उनके पास कंपनी के 77,900 शेयर यानी 0.02 प्रतिशत हिस्सेदारी है. उन्हें कंपनी के तरजीही शेयर आवंटित किए गए थे. आईपीओ के लिए दाखिल किए गए दस्तावेज में यह बात सामने आई है. दस्तावेजों के अनुसार, पुणे स्थित कंपनी के आईपीओ में 1,816 करोड़ रुपये तक के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 5.44 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई जाएगी. आईपीओ के टोटल साइज और इश्यू प्राइस के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं हैं.

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टाटा के अलावा भी बेच रहे शेयर
बिक्री पेशकश में शेयर बेचने वालों में महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) 28 लाख शेयर बेचेगी. यह उनकी कंपनी में 0.58 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर होगा. इन्वेस्टमेंट बैंक सॉफ्टबैंक भी 2.03 करोड़ शेयर बेचेगा. हाल ही में खबर आई थी कि सॉफ्टबैंक ने कंपनी में 630 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए हैं. यह शेयर सचिन तेंदुलकर के परिवार, इंफोसिस के को-फाउंडर क्रिश गोपालकृष्णन, मान्यवर के रवि मोदी द्वारा खरीदे गए हैं. टीपीजी, न्यूक्वेस्ट एशिया, एसवीएफ फ्रॉग (केमैन) लिमिटेड, एप्रीकॉट इन्वेस्टमेंट्स, वैलेंट मॉरीशस, टीआईएमएफ, थिंक इंडिया अपॉर्चुनिटीज फंड, श्रोडर्स कैपिटल और पीआई अपॉर्चुनिटीज भी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाने की तैयारी में हैं.

कंपनी की वित्तीय स्थिति
फर्स्टक्राई का शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 23 में इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 6 गुना बढ़कर 79 करोड़ से 486 करोड़ हो गया है.

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हालांकि, कंपनी के कंसोलिडेटेड रेवेन्यू में 135 फीसदी का उछाल देखने को मिला और यह 5,633 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. इस लिहाज से फर्स्टक्राई अब 5000 करोड़ का रेवेन्यू जेनरेट करने वाले स्टार्टअप्स में शामिल हो गई है.

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