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हेल्थ

हर बार तेज ठंड में सूज जाती हैं हाथ पैरों की उंगलियां? बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके

ठंड में हाथ-पैर की उंगलियां सूजने की समस्‍या आमतौर पर लोगों को होती है. इनमें भी महिलाओं को यह परेशानी ज्‍यादा होती है. सर्दी बढ़ने पर तापमान काफी गिर जाता है, इससे शरीर में नसें सिकुड़ने लगती हैं जिसके परिणामस्‍वरूप खून का प्रवाह धीमा हो जाता है और हाथ व पैरों की उंगलियों तक धीमी गति से पहुंच पाता है.

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नई दिल्‍ली. सर्दी बढ़ने के साथ ही कई स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याएं भी पैदा हो जाती हैं. इन्‍हीं में से एक है तेज ठंड में हाथ और पैरों की उंगलियों में सूजन (Swollen Fingers) आ जाना और लाल पड़ जाना. कई लोगों में यह समस्‍या इतनी बढ़ जाती है कि सूजी हुई उंगलियों में तेज खुजली (Itching) होती रहती है. जिसे खुजलाने के बाद उनमें दर्द और जलन बढ़ जाती है या फिर वे घायल हो जाती हैं और लोगों को डॉक्‍टर के पास जाना पड़ जाता है. जैसा कि देखा गया है कि अगर किसी को यह दिक्‍कत है तो पूरे ठंड के मौसम (Winter season) ये परेशानी बनी रहती है. ऐसे में हाथों से काम करने में अड़चन आने के साथ ही पैरों में जूते या चप्‍पल पहनना भी दर्दभरा हो जाता है.

सर्दी में बढ़ने वाली इस समस्‍या पर दिल्‍ली के आरएमएल अस्‍पताल में ऑथोपेडिक डॉ. सतीश कुमार कहते हैं कि ठंड में हाथ-पैर की उंगलियां सूजने (Swelling Fingers) की समस्‍या आमतौर पर लोगों को होती है. इनमें भी महिलाओं को यह परेशानी ज्‍यादा होती है. सर्दी बढ़ने पर तापमान काफी गिर जाता है, इससे शरीर में नसें सिकुड़ने लगती हैं जिसके परिणामस्‍वरूप खून का प्रवाह (Blood Circulation) धीमा हो जाता है और हाथ व पैरों की उंगलियों (Toes) तक धीमी गति से पहुंच पाता है. यही वजह है कि ठंड में ही सूजन की समस्‍या होती है. कभी कभी सूजन आर्थराइटिस की वजह से भी होती है.

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वहीं फिजियोथेरेपिस्‍ट डॉ. हिना कहती हैं कि सूजन आने का सीधा-सीधा संबंध शरीर के सभी अंगों तक रक्‍त का ठीक तरह और तेज गति से प्रवाह न होना है. लिहाजा लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि वे अपने शरीर को इस तरह संचालित रखें और पानी खूब मात्रा में पीएं कि रक्‍त का प्रवाह सही बना रहे. कई बार स्‍केलोडर्मा जैसे गंभीर रोगों के कारण भी शरीर के इन अंगों में सूजन आदि की शिकायत रहती है लेकिन सर्दी में इसके बढ़ने का प्रमुख कारण तापमान का घटना और रक्‍त का प्रवाह धीमा पड़ना ही है.

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ऐसे करें बचाव
. डॉ. हिना कहती हैं कि सर्दी के मौसम में लोग पानी भी कम मात्रा में पीते हैं, जिसका असर ब्‍लड सर्कुलेशन पर भी पड़ता है. लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि इस मौसम में ज्‍यादा से ज्‍यादा लिक्विड आहार और पानी लेते रहें, ताकि बॉडी डिहाइड्रेट न हो.
.शरीर को रोजाना सुबह उठकर एक्टिव करें. इसके लिए वार्म अप करें, नियमित एक्‍सरसाइज करें. एक जगह बैठे बैठे आसन करने के बजाय कुछ ऐसे भी व्‍यायाम करें जिनसे शरीर संचालित हो. चाहें तो अच्‍छी वॉक करें और सर्दी में रोजाना करें. या फिर सुबह या शाम कोई आउटडोर गेम खेल सकते हैं. इससे शरीर में ब्‍लड सर्कुलेशन सही रहेगा और सूजन आदि की समस्‍या कम से कम होगी.
.सुबह की पहली किरण वाली धूप जरूर लें. दोपहर में शरीर की सिकाई के लिए धूप ले सकते हैं हालांकि फायदेमंद सुबह की धूप होती है.
. सूजन के साथ-साथ अगर खुजली बहुत ज्‍यादा है और खुजलाने पर घाव आदि हो रहे हैं तो तुरंत चिकित्‍सक से संपर्क करें. वरना ये घाव बढ़ सकते हैं.
. ठंड में बहुत कसी हुई चप्‍पलें या जूते न पहनें. आरामदायक फुटवियर पहनें.
. अगर ऐसी शिकायत आपको होती है तो बहुत तेज ठंडे पानी में ज्‍यादा देर तक हाथ या पैर से काम न करें. कोशिश करें कि पानी गुनगुना कर लें. ऐसा करने से उंगलियों की सूजन में कमी आएगी.
. ठंडे पानी में हाथ देने के तुरंत बाद हाथ आग पर न सेकें. इससे भी लाभ के बजाय परेशानी हो सकती है.

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