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गोवा

गोवा में फन के चक्‍कर में भांजे ने रचा खेल, एयरपोर्ट पर मामा का कॉन्‍फिडेंस हुआ फेल, इनके चक्‍कर में तीसरा गया जेल

फ्री में गोवा घूमने के बहाने भांजे ने ऐसा खेल रचा कि मामा उसमें फंसता ही चला गया. एयरपोर्ट पर कॉन्फिडेंट खोने की वजह से मामा-भांजे की साजिश पकड़ी गई. वहीं, वहीं इस मामले में तीसरे आ‍दमी की गिरफ्तारी क्‍यों की गई, जानने के लिए पढ़ें आगे…

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Delhi Airport: इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री के बाहर इंट्री गेट पर रोज की तरह आज भी लंबी लाइन लगी हुई थी. इसी लाइन में लगा एक शख्‍स कभी टर्मिनल इंट्री गेट पर खड़े सीआईएसएफ कर्मी, तो कभी अपने मोबाइल को देख रहा था. इस शख्‍स के चेहरे से उसकी बेचैनी साफ नजर आ रही थी. कुछ मिनटों के बाद, यह शख्‍स इंट्री गेट पर यात्रियों के एयर टिकट और पहचान-पत्र की जांच कर रहे सीआईएसएफ कर्मी के सामने खड़ा था. सीआईएसएफ कर्मी को एयर टिकट और पहचान-पत्र दिखाने के लिए इस शख्‍स ने अपना मोबाइल फोन आगे बढ़ा दिया. 

वहीं, एयर टिकट देखने के बाद जैसे ही सीआईएसएफ कर्मी की नजर पहचान-पत्र के रूप में दिखाए गए आधार कार्ड पर पैनी हुई, इस शख्‍स के चेहरे के भाव बदलने लगे. इन बदलते भाव को पकड़ने में सीआईएसएफ कर्मी को देर नहीं लगी. पूछने पर इस शख्‍स अपना नाम दानिश अब्बास बताया. उसके इसी नाम से जारी आधार कार्ड भी पहचान-पत्र के तौर पर दिखाया था. बातचीत के दौरान, इस शख्‍स के जवाब और हावभाव आपस में मेल नहीं खा रहे थे. जिसके बाद, संदिग्‍ध दिख रहे इस शख्‍स को आगे की पड़ताल के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया गया. 

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दोस्‍त के इंकार करने के बाद भांजे ने शुरू हुआ यह खेल
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी ऊषा रंगनानी के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि इस शख्‍स का असली नाम दानिश अब्‍बास नहीं, बल्कि मोहम्मद इस्तियाक है. दिल्ली के सीलमपुर इलाके में ई-रिक्शा चलाने वाले मोहम्मद इस्तियाक को इंडिगो की फ्लाइट गोवा के लिए रवाना होना था. वह आधार कार्ड पर नाम बदलकर किसी दूसरे के एयर टिकट पर गोवा जाने की कोशिश में था. आरोपी के खुलासे के आधार पर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने आईपीसी की धारा 420/468/471 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी मोहम्मद इस्तियाक को गिरफ्तार कर लिया गया.

पूछताछ के दौरान 45 वर्षीय आरोपी मोहम्मद इस्तियाक ने आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को बताया कि वह उत्तर पूर्वी दिल्ली के विजय पार्क इलाके में रहता है. जीवन यापन के लिए वह दिल्ली के सीलमपुर इलाके में ई-रिक्शा चलाता है. उसने आगे बताया कि यह पूरा खेल उसके भांजे ने रचा था. दरअसल, भांजे समीर खान ने एक साइबर कैफे से गोवा के लिए दो एयर टिकट बुक किए थे. एक टिकट समीर खान के नाम पर बुक किया गया था और दूसरा उनके दोस्त दानिश अब्बास के नाम पर बुक किया गया था. कुछ दिनों पहले, दानिश अब्‍बास ने गोवा जाने से इनकार कर दिया.  

पकड़ा गया फर्जी आधार कार्ड लेकर एयरपोर्ट पहुंचा मामा
डीसीपी ऊषा रंगनानी के अनुसार, दानिश अब्‍बास के इंकार करने के बाद उसके भांजे समीर खान ने उससे उसके दोस्‍त के नाम से बुक कराए गए टिकट पर गोवा चलने के लिए कहा. समीर ने ऐसा नहीं करने पर हजारों रुपए बर्बाद करने की बात कही. वहीं, समीर खान की बातों में आकर उसने गोवा चलने के लिए हामी भर दी. इसके बाद, समीर खान ने साइबर कैफे चलाने वाले अपने दोस्त मुनीश की मदद से फर्जी आधार कार्ड तैयार करवा दिया. यही आधार कार्ड लेकर गोवा जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे आरोपी मोहम्मद इस्तियाक को सीआईएसएफ ने हिरासत में लिया था.  

उन्‍होंने बताया कि आरोपी मोहम्‍मद इस्तियाक के कबूलनामें के आधार पर समीर खान और साइबर कैफे चलाने वाले मुनीश के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसएचओ विजेंद्र राणा के नेतृत्‍व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें सब-इंस्‍पेक्‍टर मनोज और कॉन्‍स्‍टेबल भरत भी शामिल थे. आरोपी मोहम्मद इस्तियाक की निशानदेही पर आरोपी समीर खान को उत्तर पूर्वी दिल्ली के कबीर नगर से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में पता चला कि वह अपने पिता के साथ ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट्स का कारोबार करता है. 

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गिरफ्तार हुआ फर्जी आधार कार्ड तैयार करने वाला शख्‍स
डीसीपी ऊषा रंगनानी के अनुसार, समीर खान की निशानदेही के आधार पर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने अपने दोस्त मुनीश को दिल्‍ली के वेलकम इलाके से गिरफ्तार कर लिया. मुनीश वेलकम इलाके में ही साइबर कैफे चलाता है. समीर के कहने पर उसने मोहम्मद इस्तियाक का फर्जी आधार कार्ड तैयार किया था. पूछताछ में यह बात सामने आई कि मुख्‍य आरोपी समीर खान ने यह पूरी साजिश सिर्फ एयर टिकट के 11 हजार रुपए बचाने के लिए रची थी. चंद रुपयों के लालम में आरोपी ने खुद के साथ दो अन्‍य शख्‍स को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.

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