हिंदुस्तान जिंक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी बन गई है. कंपनी के पास भारत में बढ़ते जस्ता बाजार में 75 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है.
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Hindustan Zinc: वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी बन गई है. कंपनी ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि एक सर्वेक्षण के अनुसार, राजस्थान स्थित उसकी सिंदेसर खुर्द खान दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक खान बन गई है. पिछले साल यह चौथे स्थान पर थी.
हिंदुस्तान जिंक की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेबर ने कहा कि चांदी वैश्विक ऊर्जा संप्रेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हिंदुस्तान जिंक के उत्पादन में सालाना पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसका श्रेय अयस्क उत्पादन में वृद्धि और उन्नत ग्रेड को जाता है, जिससे वैश्विक चांदी बाजार में एक प्रमुख कंपनी के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है.
जस्ता, सीसा और चांदी के कारोबार में वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और अब तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक है.
कंपनी के पास भारत में बढ़ते जस्ता बाजार में 75 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है. इसका मुख्यालय उदयपुर में है. इसकी जस्ता, सीसा खदानें और गलाने के परिसर पूरे राजस्थान में फैले हुए हैं.
महज नौ सत्रों में शेयर के भाव 431 रुपये पर पहुंचे
जिन निवेशकों ने कुछ सत्र पहले हिंदुस्तान जिंक के शेयर खरीदे थे, उन्हें उन लोगों की तुलना में अधिक रिटर्न मिला है, जिन्होंने छह साल तक स्टॉक में अपना निवेश रखा था. कंपनी, जो देश में जस्ता, सीसा और चांदी की एकमात्र इंटीग्रेटेड प्रोड्यूसर है. केवल नौ सत्रों में इसके शेयर 292 रुपये से बढ़कर 431.95 पर पहुंच गए. कंपनी के शेयरों में 48% की आश्चर्यजनक बढ़त दर्ज की गई.
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जिन निवेशकों ने पिछले छह वर्षों में स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बनाए रखी, उन्हें केवल 43.7% का लाभ हुआ। शेयरों में हालिया पर्याप्त तेजी कई सकारात्मक घटनाक्रमों से प्रेरित थी, जिसने कंपनी के प्रति निवेशकों की भावना को बढ़ावा दिया।