देश के कई शहरों खासकर दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है कोरोना. इसे देखकर डॉक्टरों ने दी है चेतावनी-सतर्क रहें, लापरवाही ना बरतें, लक्षण दिखते ही जांच कराएं, तो क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन?
CoronaVirus In India: देश में, विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में, त्योहारों के मौसम से पहले COVID-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, विशेषज्ञों का कहना है कि सतर्कता बरतनी चाहिए. हालांकि कोरोना के संक्रमण हल्के हैं, लेकिन लोग जांच कम करा रहे हैं और कम रिपोर्ट दर्ज किए जा रहे हैं. जांच की संख्या बढ़ानी होगी. लोगों को सतर्कता बढ़ानी होगी. इसे हल्के में नहीं लेना होगा. क्योंकि त्योहारों का मौसम आ रहा है और इसके फिर से रफ्तार पकड़ने की बात सामने आ रही है
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ. एस चटर्जी के अनुसार, ऐसा लगता है कि कोरोनोवायरस की अगली लहर पहले ही शुरू हो चुकी है क्योंकि बड़ी संख्या में मामले आ रहे हैं और अभी लोग जांच कम करा रहे हैं जिससे अधिकांश की रिपोर्ट कम है
लोगों से अपील-लक्षण दिखते ही जांच जरूर करवाएं
डॉ चटर्जी ने कहा, “शहर में इस समय मामलों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है. मुझे लगता है कि इसे कम रिपोर्ट किया गया है क्योंकि बहुत से लोग खुद का परीक्षण भी नहीं करा रहे हैं. डॉक्टर भी सलाह नहीं दे रहे हैं और मरीज भी परीक्षण नहीं कर रहे हैं.”उन्होंने आगे कहा कि अगर टेस्टिंग बढ़ाई जाती है तो रोजाना मामलों की संख्या भी बहुत बढ़ेगी
डॉक्टर ने कहा कि “इसलिए, यदि हम अधिक संख्या में लोगों का परीक्षण करना शुरू करते हैं, तो मामलों की संख्या अधिक होगी क्योंकि हर दूसरे दिन मुझे फोन आते हैं कि वे बुखार से पीड़ित हैं और अधिकांश लोग कहते हैं कि, साधारण फ्लू है. लेकिन मुझे लगता है यह है कि उनका COVID के लिए परीक्षण किया जाना चाहिए और साथ ही उनका स्वाइन फ्लू के लिए भी परीक्षण किया जाना चाहिए. क्योंकि हम मामलों में भारी वृद्धि देख रहे हैं, ”
कोविड से संक्रमित लोगों की संख्या ज्यादा हो सकती है
डॉ चटर्जी ने कहा, “ज्यादातर लोगों की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. इसलिए हम जो देख सकते हैं वह यह है कि मामलों की संख्या निश्चित रूप से अधिक है और ये और बढ़ेगी.”
डॉ चटर्जी ने कहा कि उन लोगों के मामलों में गंभीरता कम है जो कोविड -19 की जांच में पॉजिटिव मिल रहे हैं, हालांकि, उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ी हैं लेकिन गंभीरता इतनी खराब नहीं है. “यदि आप गंभीरता या अस्पताल में भर्ती के बारे में बात करते हैं तो यह बढ़ गया है. कोविड से मौत की संख्या कम है और वो शायद अभी इतना गंभीर नहीं है. लोग लेकिन हमें सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि उनमें बीमारों की संख्या बहुत ज्यादा हो सकती है .”
आ गयी है कोरोना की चौथी लहर
डॉ चटर्जी ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि कोरोना की चौथी लहर हमारे देश में आ गई है क्योंकि जिस तरह से रोजाना मामले सामने आ रहे हैं उससे ऐसा ही लग रहा है.
“पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से संख्या में वृद्धि हुई है, मुझे लगता है कि यह पहले से ही लहर की शुरुआत है. क्योंकि आप जिस किसी के साथ देखिए उसके परिवार के सदस्यों में से एक को इन दिनों COVID पॉजिटिव निकल रहा है जब वे परीक्षण कर रहे हैं, इसलिए ये लगता है कि कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत पहले ही हो चुकी है क्योंकि संख्या तेजी से इस तरह बढ़ी है.”
डॉ चटर्जी ने कहा “लेकिन हाँ, घबराने की कोई बात नहीं है लेकिन वास्तव में सावधान रहना है. अच्छी बात यह है कि जाहिर है, टीकों ने काम किया है. हो सकता है कि इस समय कोरोना भी कमजोर हो.” उन्होंने यह भी कहा कि टीके प्रभावी हैं और इसमें घबराने की कोई बात नहीं है.
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बच्चे संक्रमित हो रहे, लोग संक्रमित हो रहे
डॉ चटर्जी ने आगे कहा कि बच्चे COVID-19 से संक्रमित हो रहे हैं क्योंकि वे स्कूल जा रहे हैं लेकिन उनमें से अभी ज्यादा बच्चों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ी है.
“बच्चे बीमार हो रहे हैं क्योंकि वे स्कूल जा रहे हैं. लोग कॉलेज जा रहे हैं. वे भी बीमार हो रहे हैं, लेकिन जैसा कि मैंने कहा, उनमें से किसी को भी वास्तव में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है.”
लक्षण दिखते ही करवाएं जांच
लक्षणों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि लक्षण लगभग समान होते हैं और अधिकांश लोगों को नाक बहना, छींकने में गले में खराश, खांसी, सिरदर्द और शरीर में दर्द होता है, कुछ को दस्त के साथ और कुछ लोग केवल सिरदर्द और थकान के साथ कोरोना के लक्षण मिल रहे हैं. इसीलिए लोग जांच जरूर करवाएं और सावधानी जरूर बरतें.