Akshaya Tritiya 2023 : हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया पर्व का विशेष महत्वपूर्ण है. इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है. किसी भी नए काम की शुरुआत से लेकर महत्वपूर्ण चीजों की खरीदारी व शादी विवाह जैसे काम इस दिन बिना किसी मुहूर्त निकाले किए जा सकते हैं. अक्षय तृतीया का पर्व प्रतिवर्ष वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है.
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Akshaya Tritiya 2023: वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है. इस वर्ष 23 अप्रैल 2023 दिन रविवार को अक्षय तृतीया पड़ रही है. माना जाता है, कि इस दिन किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए किसी मुहूर्त की जरूरत नहीं पड़ती. इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य अक्षय वृद्धि प्रदान करता है. अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म में एक अबूझ मुहूर्त के रूप में भी देखा जाता है. हिंदू धर्म पुराणों के अनुसार इसी दिन से सतयुग, त्रेता युग और द्वापर युग की शुरुआत हुई थी. इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है कि इसी दिन भगवान विष्णु के 3 अवतार नर-नारायण और भगवान परशुराम ने जन्म लिया था. अक्षय तृतीया के दिन को क्यों इतना शुभ माना जाता है इस विषय में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञ पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
-हिंदू धर्म के अनुसार इस दिन सच्चे दिल से अपने द्वारा की गई गलतियों की क्षमा मांगने से भगवान अपने भक्तों को माफ कर देते हैं. अक्षय तृतीया के दिन अपने पूर्वजों के लिए भी क्षमा प्रार्थना करने पर प्रभु प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं.अक्षय तृतीया के दिन अपने दुर्गुणों को भगवान के चरणों में अर्पित करके उनसे सद्गुणों का वरदान मांगना चाहिए.
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-इस दिन नवीन वस्त्र, आभूषणों की खरीदारी करना शुभ होता है. अक्षय तृतीया की तिथि को सर्व सिद्ध मुहूर्त होने का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन बिना कोई मुहूर्त देखकर शुभ एवं मांगलिक कार्य जैसे विवाह, ग्रह प्रवेश, भवन या भूखंड, वाहन खरीदा जा सकता है.
– हिंदू पुराणों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि इसी दिन त्रेता युग का आरंभ हुआ था और इसी दिन नरनारायण और भगवान परशुराम ने अवतार लिया था. बद्रीनाथ धाम के कपाट भी अक्षय तृतीया के दिन ही खुलते हैं. इसके अलावा वृंदावन में बांके बिहारी के श्री विग्रह के चरण के दर्शन भी इसी दिन होते हैं.