कटक, जागरण संवाददाता। ओडिशा के कटक शहर में चलने वाले गैरकानूनी हुक्का बार के ऊपर कमिश्नर के आदेशों के बाद पुलिस की ओर से अचानक रेड मारी गई। शनिवार रात को शहर में मौजूद 13 हुक्का बार के ऊपर यह छापेमारी की गई थी। यहां गैर कानूनी तौर पर चलने वाले इन हुक्का बार के बारे में पुलिस को भनक लगने के बाद कमिश्नरेट पुलिस की ओर से यह कार्रवाई की गई।
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मिली जानकारी के अनुसार, कटक डीसीपी पिनाक मिश्र के निर्देश पर स्पेशल स्क्वाड के एसीपी तापस प्रधान की अगुवाई में एक टीम बारंग, मधुपाटना, बीडानासी, बादामबाड़ी, मालगोदाम, दरगाह बाजार और कैंटोनमेंट थाना इलाके में मौजूद कुल 13 हुक्का बार छापेमारी की, जहां से 122 हुक्कों के साथ-साथ 141 पाइप, हुक्के में इस्तेमाल होने वाले तरह-तरह के कुल 152 फ्लेवर पैकेट भी पुलिस ने बरामद किये। इस बीच छानबीन के दौरान यह भी सामने आया कि यहां हुक्के के माध्यम से युवाओं को गांजा, तम्बाकू, अफीम जैसे नशीले पदार्थ मिलाकर भी दिये जा रहे हैं।
नाबालिगों को मिल रही थी छूट
हुक्का बार के अंदर केवल 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति आ सकते हैं, लेकिन स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्राओं को भी हुक्का बार में जाने के लिए इजाजत दी जा रही थी। यह बात छानबीन से पुलिस को पता चली है। पुलिस की ओर से अचानक शनिवार की रात को हुई इस छापेमारी के चलते शहर में मौजूद हुक्का व्यापारियों के बीच हड़कंप मच गया। हुक्के में इस्तेमाल होने वाला टार, कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे रसायन कैंसर जैसी बीमारी पैदा करता है।
12 साल बाद पुलिस की रेड
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पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला कि इन हुक्का व्यापारियों को हुक्का बिक्री के लिए आबकारी विभाग की ओर से किसी भी तरह का लाइसेंस नहीं दिया गया था। यह बात भी पुलिस की छानबीन में पता चली है। बिना लाइसेंस के यह कारोबार शहर के अंदर धड़ल्ले से चल रहा था। वर्ष 2011 में ही दरगाह थाना पुलिस ने आखरी बार दो हुक्का बार के ऊपर छापेमारी कर उसे बंद कर दिया था, लेकिन उसके बाद से ही फिर से शहर के विभिन्न इलाकों में यह हुक्का बार गैर कानूनी तौर पर फलफूल रहा था।