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बिज़नेस

क्या एविएशन सेक्टर के लिए आने वाले हैं अच्छे दिन? हवाई यात्रा करने वाले घरेलू यात्रियों की संख्या में 38% का इजाफा

Domestic Passenger Traffic: डोमेस्टिक एविएशन इंडस्ट्री (Domestic Aviation Industry) ने घरेलू हवाई यातायात में 38 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है. जिससे यह साफ-साफ जाहिर हो रहा है कि एविएशन सेक्टर ग्रोथ की राह पर है. लेकिन इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

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Domestic Airlines Passenger Traffic: एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) ने घरेलू यात्री यातायात में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है. DGCA के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इसमें 38 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. इस उछाल ने इंडस्ट्री के भविष्य के बारे में उम्मीदें और सवाल बढ़ा दिए हैं, जिससे इस बात की चर्चा छिड़ गई है कि क्या एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) लगातार सुधार और समृद्धि की ओर बढ़ रहा है?

एविएशन सेक्टर पर महामारी का असर

घरेलू यातायात में इस उछाल के महत्व को समझने के लिए, एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) पर COVID-19 महामारी के गंभीर प्रभाव को पहचानना महत्वपूर्ण है. 2020 में, यात्रा प्रतिबंधों, लॉकडाउन और कोरोना वायरस के डर के कारण यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट के कारण इंडस्ट्री को भारी नुकसान हुआ. एयरलाइंस को अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ा, कई को फाइनेंशियल टेंशन और यहां तक कि दिवालियापन का भी सामना करना पड़ा.

टर्नअराउंड

हालांकि, जैसे-जैसे दुनिया ने धीरे-धीरे महामारी को अपनाया और टीकाकरण (Vaccination) अभियान ने गति पकड़ी, यात्रियों ने हवाई यात्रा में विश्वास हासिल करना शुरू कर दिया. यात्रा प्रतिबंधों में ढील के साथ इस नए आत्मविश्वास ने घरेलू यात्री यातायात में 38 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि में योगदान दिया है.

क्यों बढ़ रही है आश?

एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) को लेकर आश बढ़ती जा रही है, जिसमें कई फैक्टर्स योगदान कर रहे हैं:

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दबी हुई मांग: महामारी के दौरान कई लोगों ने यात्रा की योजना स्थगित कर दी थी. इसलिए छुट्टियों, पारिवारिक पुनर्मिलन और बिजनेस ट्रैवेल की मांग दबी हुई है. मांग में यह उछाल यात्रियों की संख्या में वृद्धि की ओर इशारा कर रहा है.

टीकाकरण (Vaccination) की प्रगति: कंप्रिहेंसिव टीकाकरण (Vaccination) कैंपेंस ने हवाई यात्रा के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण के डर को कम कर दिया है, जिससे यात्री उड़ान भरने के लिए तैयार हो गए हैं.

डिजिटल चेंज: एयरलाइंस ने अधिक सुविधाजनक बुकिंग विकल्प, संपर्क रहित चेक-इन और बेहतर इन-फ़्लाइट सेवाओं की पेशकश करते हुए डिजिटल तकनीक को अपनाया है, जिसने ओवरऑल जर्नी के अनुभव को बढ़ाया है.

इकोनॉमिक रिफॉर्म्स: जैसे-जैसे अर्थव्यवस्थाएं महामारी से उबर रही हैं, अधिक लोगों के पास यात्रा करने के लिए फाइनेंशियल साधन हैं, जिससे यात्रियों की संख्या में और वृद्धि हो रही है.

एडवांस्ड सेक्योरिटी प्रोटोकॉल: यात्रियों को उनकी सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करने के लिए एयरलाइंस ने एडवांस्ड वेंटिलेशन सिस्टम और संपूर्ण सफाई प्रॉसेस सहित कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए हैं.

आगे की चुनौतियां

सकारात्मक संकेतों के बावजूद एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) में चुनौतियां बरकरार हैं. ईंधन की बढ़ती कीमतें, वायरस के नए वेरिएंट से संबंधित चल रही अनिश्चितताओं और संभावित नियामक परिवर्तन इंडस्ट्री की रिकवरी को प्रभावित कर सकते हैं. एयरलाइंस को महामारी से संबंधित छंटनी के कारण कर्मचारियों की कमी से निपटने के साथ-साथ बढ़ी हुई मांग को प्रबंधित करने की भी चुनौती का सामना करना पड़ता है.

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गौरतलब है कि पिछले वर्ष की तुलना में घरेलू यातायात में 38 प्रतिशत की वृद्धि निश्चित रूप से एविएशन सेक्टर (Aviation Sector) के लिए बेहतर दिनों का संकेत देती है. दबी हुई मांग, टीकाकरण (Vaccination) प्रयासों में प्रगति और बेहतर सुरक्षा उपायों के साथ, इंडस्ट्री फिर से बेहतरी की राह पर है.

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