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Weather Update: दिल्ली-राजस्थान में बारिश, हिमाचल-जम्मू में बर्फबारी; जानिए देश के मौसम का हाल

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हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में हिमपात से लाहौल एवं स्पीति तथा किन्नौर जिलों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है.

जैसे शहर से विदा लेता कोई शख्स बार बार वापस पलट कर देखता है.आजकल मौसम का मिजाज़ ऐसा ही है. हवाओं में लौटी ठंडक मानो कह रही हो सर्दियां फिर से लौट लौट कर आ रही हूं. देशभर में जहां जितने महीने तक ठंड पड़ती है. इस बार उससे थोड़ा ज्यादा पड़ रही है. मार्च की शुरुआत हो चुकी लेकिन ठंड खत्म नहीं हुई. जानिए देश भर में कहां कैसा तापमान बरकरार है. शरुआत करते हैं देश की राजधानी दिल्ली से.

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दिल्ली

राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में शनिवार को बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दिल्ली का अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत तापमान से दो डिग्री कम है. शहर का न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से पांच डिग्री अधिक है. मौसम विभाग ने रविवार को आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है. रविवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान 26 और 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

हिमाचल

हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में हिमपात से लाहौल एवं स्पीति तथा किन्नौर जिलों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. राज्य में पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 441 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं. राज्य के मध्य और निचले पहाड़ी इलाकों में रुक-रुककर बारिश हुई. मौसम कार्यालय ने शिमला में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ-साथ आकाशीय बिजली, ओलावृष्टि और अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के साथ तूफान संबंधी ‘रेड’ अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि राज्य भर में हिमपात और बारिश रविवार तक जारी रहेगी.

मनाली-सोलंग नाला मार्ग पर नेहरू कुंड के पास सड़क किनारे खड़े पांच वाहन हिमस्खलन में दब गए. घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. चंबा जिले के भरमौर क्षेत्र में भूस्खलन के कारण एक घर क्षतिग्रस्त हो गया. चंबा, किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति जिलों के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हो गईं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, लाहौल एवं स्पीति में सबसे ज्यादा 290, चंबा में 58, किन्नौर में 56, कुल्लू में 17, मंडी में 10, शिमला में नौ और कांगड़ा में एक सड़क यातायात के लिए बंद है.

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जम्मू-श्रीनगर

जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और पत्थर गिरने से शनिवार तड़के जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात निलंबित कर दिया गया. 270 किलोमीटर लंबा राजमार्ग, कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है. मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार सुबह करीब 8.30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटे में बनिहाल में सबसे ज्यादा 74.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. इसने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश जारी रहेगी और शनिवार रात मौसम में धीरे-धीरे सुधार होने की संभावना है.

राजमार्ग पर यातायात को 26 फरवरी से एकतरफा सीमित कर दिया गया था और पिछले सप्ताह भारी बारिश और बर्फबारी के कारण कई स्थानों पर मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त होने के बाद जम्मू और श्रीनगर से वैकल्पिक रूप से इसका उपयोग किया जा रहा था.

राजस्थान के अनेक इलाकों में बारिश

राजस्थान के अनेक इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है. जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य के कुछ भागों में हल्के से मध्यम दर्जे की बरिश हुई. आज पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर एवं जयपुर संभाग में कहीं-कहीं तेज गरज के साथ छींटे पड़ने, बिजली गिरने और एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि की प्रबल संभावना है. केन्द्र के अनुसार जोधपुर, बीकानेर संभाग में बादल छाए रहने व कहीं कहीं बादल गरने के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है. वहीं तीन मार्च से राज्य के अधिकांश भागों से विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने व आगामी एक सप्ताह के लिए मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है.

अधिक गर्मी पड़ने का अनुमान

भारत में इस साल सामान्य से अधिक गर्मी और अधिक लू वाले दिनों के होने का पूर्वानुमान है. अल नीनो की स्थिति कम से कम मई तक जारी रह सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जानकारी देते हुए कहा कि देश में मार्च में सामान्य से अधिक वर्षा (दीर्घकालिक औसत 29.9 मिलीमीटर के 117 प्रतिशत से अधिक) हो सकती है.

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मार्च से अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक का अनुमान

भारत में मार्च से मई तक देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि मार्च से मई तक, उत्तर-पूर्व भारत, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिमी प्रायद्वीप और पश्चिमी तट को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में लू वाले दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने का पूर्वानुमान है.

उत्तर-पूर्व प्रायद्वीपीय भारत–तेलंगाना, आंध्र प्रदेश एवं उत्तरी अंदरूनी कर्नाटक तथा महाराष्ट्र एवं ओडिशा के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक दिनों तक लू चलने का पूर्वानुमान है.

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मार्च में उत्तर और मध्य भारत में लू की स्थिति बनने की उम्मीद नहीं है. अलनीनो (मध्य प्रशांत महासागर में समुद्री जल के नियमित अंतराल पर गर्म होने की स्थिति) गर्मी के पूरे मौसम में बना रहेगा तथा उसके बाद तटस्थ स्थिति बन सकती है. ला-नीना परिस्थिति मानसून सत्र के उत्तरार्ध में बनने की संभावना है. यह आमतौर पर भारत में अच्छी मानसूनी वर्षा से संबंधित है.

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