नई दिल्ली, पीटीआइ। आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर आ रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस वर्ष दोहरे अंक की वृद्धि हासिल करने की तरफ बढ़ रही है और यह दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगी। उन्होंने कहा कि अगले साल आर्थिक वृद्धि 7.5 से 8.5 प्रतिशत के बीच होगी जो अगले दशक तक कायम रहेगी। सीतारमण ने मंगलवार को यहां हार्वर्ड केनेडी स्कूल में बातचीत के दौरान कहा, “जहां तक भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ने के सवाल है तो हम इस वर्ष इसमें दो अंकों की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था में होगा। वही अगले वर्ष में सालाना आधार पर यह वृद्धि निश्चित तौर पर आठ प्रतिशत के आस पास रहेगी।”
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय ने अभी तक अर्थव्यवस्था में वृद्धि के बारे में कोई आकलन नहीं किया है लेकिन विश्व बैंक, आईएमएफ और अन्य रेटिंग एजेंसियों ने भारत के लिए करीब-करीब इस तरह की वृद्धि की उम्मीद जताई है।
वित्त मंत्री ने कहा, “अगले साल भी भारतीय अर्तव्यवस्था कहीं न कहीं आठ से नौ प्रतिशत या 7.5 से 8.5 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ सकती है। मुझे उम्मीद है कि अगले एक दशक तक यही वृद्धि कायम रहेगी और इससे कम होने का कोई कारण भी नहीं दिखता।”
देश में कोयले की कमी से जुड़ी खबरों के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में किसी चीज की कोई कमी नहीं है और कोयला संकट की खबरें निराधार है। उन्होंने कहा कि विद्युत मंत्री आर के सिंह ने दो दिन पहले ही स्पष्ट किया है कि कोयला संकट या अन्य माल की कमी की खबरें पूरी तरह निराधार हैं।
सीतारमण ने कहा, “यह पूरी तरह निराधार है, किसी चीज की कमी नहीं है। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि हर विद्युत उत्पादन संयंत्र में अगले चार दिनों का कोयला उनके परिसर में पूरी तरह उपलब्ध है और आपूर्ति श्रृंखला बिल्कुल भी नहीं टूटी है।”
मोसावर-रहमानी सेंटर फॉर बिजनेस एंड गवर्नमेंट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने हार्वर्ड के प्रोफेसर लॉरेंस समर्स के ऊर्जा में कमी और भारत में कोयले की कमी से संबंधित खबरों के बारे में पूछे जाने पर यह जवाब दिया।