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पाकिस्तान के बजट से ज्यादा तो हम शादियों पर ही कर डालते हैं खर्च, जानिए पूरा हिसाब-किताब

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नई दिल्ली: देवउठनी एकादशी के साथ ही देश में शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। देश में कारोबारियों की संस्था कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के मुताबिक तो इस बार 23 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच 38 लाख शादियां होने का अनुमान है।

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इससे 4.74 लाख करोड़ रुपये का रेकॉर्ड कारोबार होने की उम्मीद है जो पाकिस्तान के कुल बजट से अधिक है। भारतीय लोग शादी पर जमकर खर्च करते हैं। इससे इकॉनमी को भी बूस्ट मिलता है। इस दौरान जूलरी से लेकर लग्जरी डिजाइनर्स के साथ-साथ होटलों की भी जमकर चांदी होने की उम्मीद है। पिछले साल इस दौरान करीब 32 लाख शादियां हुई थीं, जिससे लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये का बिजनस हुआ।

भारत में शादी का मार्केट करीब 50 से 60 अरब डॉलर का है और 25 से 30% की रफ्तार से बढ़ रहा है। इस बार केवल दिल्ली में चार लाख से अधिक शादियां होने का अनुमान है जिससे करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये का बिजनस होने की उम्मीद है। शादी में करीब 50% खर्च सामान की खरीद पर और 50% सर्विसेज पर आता है। इस सीजन के दौरान शादियों का बजट अलग-अलग हो सकता है। इनमें से 50 हजार शादियां का बजट एक करोड़ रुपये या उससे अधिक रहने की उम्मीद है। इससे होटल इंडस्ट्री को भी बूस्ट मिलने की उम्मीद है। साथ ही देश में डेस्टिनेशन वेडिंग का कल्चर में तेजी से उभरा है।

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पाकिस्तान का बजट

शादियों के सीजन में देश में 4.74 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है जो पाकिस्तान के बजट से अधिक है। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान का इस साल का बजट भारतीय रुपये में 4.15 लाख करोड़ का था। यानी भारतीय लोग इस साल शादी पर पाकिस्तान के कुल बजट से ज्यादा खर्च करने जा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक एक शादी में आमतौर पर 50% खर्च सामान की खरीद पर और बाकी 50% सेवाओं पर किया जाता है। कपड़ा, साड़ी, लहंगा और गारमेंट्स की खरीद पर 10%, जूलरी पर 15%, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स और उपभोक्ता वस्तुओं पर 5%, ड्राई फ्रूट, फल, मिठाई और नमकीन पर 5%, अनाज, किराना और सब्जियों पर 5%, गिफ्ट पर 4% और बाकी चीजों पर 6% खर्च का अनुमान है।

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जहां तक सर्विस सेक्टर की बात है तो अनुमान के मुताबिक शादी में बैंक्वेट हॉल, होटल और अन्य विवाह स्थलों पर 5%, इवेंट मैनेजमेंट पर 5%, टेंट सजावट पर 12%, खानपान सेवाओं पर 10%, फूलों की सजावट पर 4%, ट्रैवल एवं कैब सेवाओं पर 3%, फोटो और वीडियो शूट पर 2%, ऑर्केस्ट्रा, बैंड आदि पर 3%, लाइट और साउंड पर 3% और अन्य सेवाओं पर तीन फीसदी खर्च आता है। इस दौरान होटलों की भी चांदी होने की उम्मीद है। जयपुर में हिल्टन ग्रुप के होटलों का 60% बिजनस शादियों से आता है।

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